भूमाफिया ने पत्रकार संग किया अभद्र व्यवहार, पत्रकारों में रोस
संपादक उमाकांत कश्यप
कानपुर देहात;;;
रानिया शेरे पुस्त दबंग भूमाफियाओं को जिले में अब कानून व्यवस्था का कोई भय नहीं रहा है, इसे प्रशासनिक लापरवाही कहीं जाए अथवा जानबूझकर स्थानीय स्तर पर बनने वाली योजना जिसमें आज भू माफियाओं के निशाने पर एक जिले का वरिष्ठ पत्रकार आ गया, अपनी जमीन बचाने के लिए इधर से उधर न्याय की आस में चक्कर लगा रहे पत्रकार को प्रशासन से न्याय तो नहीं मिल पाया लेकिन दबंग भू माफिया से अपमानित जरूर होना पड़ गया, मामले को लेकर इलाके थाने पहुंचे पत्रकार के साथ पुलिस ने भी कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई नतीजा दबंग भू माफिया अपनी शोहरत का परचम फहराते दिखाई दे रहे है।।
बात रनिया कस्बे के निवासी जिले के पत्रकार उमाकांत कश्यप की हो रही है जिनकी पैतृक भूमि का विपक्षी कस्बा के ही निवासी सर्वेश उर्फ सोनू गुप्ता पुत्र रामचरण गुप्ता से चल रहा हैउमाकांत कश्यप की माने तो मामला न्यायालय में है और वह न्यायालय के निर्णय का इंतजार कर रहे हैं बकौल उमाकांत शुक्रवार की सुबह-सुबह विपक्षी लोगों से वार्ता कर रहा था कि आपस में विवाद अच्छा नहीं होता है जो न्याय उचित मामला है उसे हम लोग आपस में बैठकर निपटा लें तो ज्यादा अच्छा होगा, बताया गया कि कानून व्यवस्था को किसी प्रकार की क्षति कितना पहुंच सके इस वास्ते उमाकांत विपक्षी लोगों से वार्ता कर रहे थे इसी बीच दबंग भूमाफिया सर्वेश गुप्ता उर्फ सोनू ने उन पर हमला कर दिया धक्का देकर उन्हें चोट पहुंचाने का प्रयास करते हुए उपरोक्त दबंग द्वारा साफ तौर से कहा गया कि इस जमीन से अपना कब्ज़ा छोड़ दो अन्यथा बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी खुद के साथ हुए अपमानजनक व्यवहार से व्यथित पत्रकार उमाकांत कश्यप ने तत्काल रनिया थाने पहुंचकर अपनी आपबीती सुनाई और लिखित प्रार्थना पत्रदेकर उपरोक्त दबंग पर कार्रवाई किए जाने की मांग की गई समाचार लिखे जाने तक पुलिस द्वारा किसी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं की गई जिसे लेकर जिले के समस्त पत्रकारों में रोस व्याप्त है अनेकों पत्रकारों द्वारा कहा गया कि यदि मामले के दोषी दबंगों पर स्थानीय पुलिस कार्यवाही नहीं करेगी तो पत्रकार आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।।