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*जनपद में सबसे महफूज डलमऊ कोतवाली क्षेत्र क्राइम के ग्राफ में अंकुश*

तमंचे के दम पर लूट और गोली कांड के दौर में सुरक्षा देने में डलमऊ पुलिस अव्वल ! --------------------------------------------------------------- आठ माह के कार्यकाल में डलमऊ कोतवाल के दामन पर नहीं लगे जीहुजूरी के दाग़ बुलंद हैं कानून का इकबाल ! --------------------------------------------------------------- बेहतर कार्य शैली के बलबूते गदागंज जैसे लूट कांड में पुलिस अधीक्षक ने जताया विश्वास निभा रहे विवेचक की भूमिका ! --------------------------------------------------------------- डलमऊ रायबरेली। जनपद में उथल-पुथल पड़ी कानून व्यवस्था के दौर में सबसे महफूज डलमऊ कोतवाली क्षेत्र साबित हो रहा है जबकि संपूर्ण जनपद के विभिन्न थानों में चोर उचक्के कानून का बेड़ा गर्द किए हुए शिवाय कोतवाली डलमऊ के लालगंज में तमंचे की नोक पर हुई लूट कांड की दास्तान सुनकर हर किसी का कलेजा सहम उठा चाहे जगतपुर हो या फिर ऊंचाहार से भदोखर और नसीराबाद लेकर बछरावां थाने तक पुलिस का इकबाल मिट्टी पलीत हो चुका है। जबकि इसी दौर और इसी शहर में डलमऊ कोतवाली के खाकी धारी चोर उचक्को के सामने सरेंडर करने के बजाय अपराधियों कि कमर तोड़ने का माददा रख रही है जिसका असर जमीनी स्तर पर झलक रहा जिले में लगातार हो रही चोरी और लूट , हत्या जैसी घटनाओं से गुरबक्श गंज पुलिस भी अछूती नहीं रह पाई दिन मा दिन हो रही वारदातों से सीख लेते हुए डलमऊ कोतवाल पवन सोनकर रात दिन एक किए हैं ताकि उनके क्षेत्र में भी चोर उचक्के सेंघ न लगा दे खैर पवन सोनकर के आठ माह के कार्यकाल को खंडाला जाए तो पृष्ठभूमि बिल्कुल स्पष्ट है पवन सोनकर के लगभग आठ माह के दरमियान रसूक दारो के सामने जी हुजूरी करना कोतवाल साहब को बिल्कुल रास नहीं आता दुसरी तरफ कोतवाली क्षेत्र डलमऊ में हत्या, लूट, चोरी ,रंगदारी, पिस्टल धारियों का इकबाल नीस्तोनाबूत होता नजर आया इसलिए डलमऊ पुलिसिया कार्य पद्धति का बखान करना कई माईनो में खास है तब जब जनपद के कई थानों की पुलिस अपनी किरकिरी के लिए अखबारों की सुर्खियां बटोर रही हमारे संवाददाता ने डलमऊ पुलिस की रात्रि गश्त की पड़ताल की तो ठीक समय अर्धरात्रि लगभग 1:00 बजे लालगंज डलमऊ बॉर्डर के समीप कनहा गांव के पास कोतवाली प्रभारी की मौजूदगी हमारे कैमरे में कैद हुई प्रभारी पवन सोनकर कि इसी सक्रियता का नतीजा है कि जनपद में डलमऊ पुलिस वारदातों में रोक लगाने पर शीर्ष में सूमार है दूसरी ओर गदागंज जैसे लूट कांड में पुलिस अधीक्षक द्वारा कोतवाल पवन सोनकर पर विश्वास जताते हुए विवेचना की जिम्मेदारी सौंपी गई इसलिए सबसे महफूज पुलिसिया क्षेत्र में से एक डलमऊ क्षेत्र है।

तमंचे के दम पर लूट और गोली कांड के दौर में सुरक्षा देने में डलमऊ पुलिस अव्वल !
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आठ माह के कार्यकाल में डलमऊ कोतवाल के दामन पर नहीं लगे जीहुजूरी के दाग़ बुलंद हैं कानून का इकबाल !
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बेहतर कार्य शैली के बलबूते गदागंज जैसे लूट कांड में पुलिस अधीक्षक ने जताया विश्वास निभा रहे विवेचक की भूमिका !
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डलमऊ रायबरेली। जनपद में उथल-पुथल पड़ी कानून व्यवस्था के दौर में सबसे महफूज डलमऊ कोतवाली क्षेत्र साबित हो रहा है जबकि संपूर्ण जनपद के विभिन्न थानों में चोर उचक्के कानून का बेड़ा गर्द किए हुए शिवाय कोतवाली डलमऊ के लालगंज में तमंचे की नोक पर हुई लूट कांड की दास्तान सुनकर हर किसी का कलेजा सहम उठा चाहे जगतपुर हो या फिर ऊंचाहार से भदोखर और नसीराबाद लेकर बछरावां थाने तक पुलिस का इकबाल मिट्टी पलीत हो चुका है। जबकि इसी दौर और इसी शहर में डलमऊ कोतवाली के खाकी धारी चोर उचक्को के सामने सरेंडर करने के बजाय अपराधियों कि कमर तोड़ने का माददा रख रही है जिसका असर जमीनी स्तर पर झलक रहा जिले में लगातार हो रही चोरी और लूट , हत्या जैसी घटनाओं से गुरबक्श गंज पुलिस भी अछूती नहीं रह पाई दिन मा दिन हो रही वारदातों से सीख लेते हुए डलमऊ कोतवाल पवन सोनकर रात दिन एक किए हैं ताकि उनके क्षेत्र में भी चोर उचक्के सेंघ न लगा दे खैर पवन सोनकर के आठ माह के कार्यकाल को खंडाला जाए तो पृष्ठभूमि बिल्कुल स्पष्ट है पवन सोनकर के लगभग आठ माह के दरमियान रसूक दारो के सामने जी हुजूरी करना कोतवाल साहब को बिल्कुल रास नहीं आता दुसरी तरफ कोतवाली क्षेत्र डलमऊ में हत्या, लूट, चोरी ,रंगदारी, पिस्टल धारियों का इकबाल नीस्तोनाबूत होता नजर आया इसलिए डलमऊ पुलिसिया कार्य पद्धति का बखान करना कई माईनो में खास है तब जब जनपद के कई थानों की पुलिस अपनी किरकिरी के लिए अखबारों की सुर्खियां बटोर रही हमारे संवाददाता ने डलमऊ पुलिस की रात्रि गश्त की पड़ताल की तो ठीक समय अर्धरात्रि लगभग 1:00 बजे लालगंज डलमऊ बॉर्डर के समीप कनहा गांव के पास कोतवाली प्रभारी की मौजूदगी हमारे कैमरे में कैद हुई प्रभारी पवन सोनकर कि इसी सक्रियता का नतीजा है कि जनपद में डलमऊ पुलिस वारदातों में रोक लगाने पर शीर्ष में सूमार है दूसरी ओर गदागंज जैसे लूट कांड में पुलिस अधीक्षक द्वारा कोतवाल पवन सोनकर पर विश्वास जताते हुए विवेचना की जिम्मेदारी सौंपी गई इसलिए सबसे महफूज पुलिसिया क्षेत्र में से एक डलमऊ क्षेत्र है।

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