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मिलेट्स के प्रयोग से होने वाले लाभों तथा मिलेट्स से तैयार व्यंजन विधियों के सम्बन्ध में शिक्षकों को दिया गया प्रशिक्षण

संवाददाता राजेश सिंह गौतम

कानपुर देहात

 

जिलाधिकारी आलोक सिंह के निर्देशन में कृषि विभाग द्वारा मोटा अनाज (श्री अन्न) को बढावा देने हेतु संचालित मिलेट्स पुनरोद्धार कार्यक्रम अन्तर्गत जनपद के विकासखण्ड राजपुर एवं अमरौधा के विकासखण्ड मुख्यालयों पर प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन कर कृषि वैज्ञानिकों, कृषि विभाग के तकनीकी सहायकों (एस0एम0एस0) द्वारा शिक्षकों को मिलेट्स पर प्रशिक्षण एवं नवीनतम कृषि तकनीकी के सम्बन्ध में जानकारी प्रदान की गयी। शिक्षको को प्रशिक्षण प्रदान करने का मुख्य उद्देश्य उनके माध्यम से छात्र-छात्राओं के मध्य श्री अन्न के पोषक महत्वों एवं लाभों के सम्बन्ध में जानकारी का प्रसार करना है।

उप कृषि निदेशक, राम बचन राम द्वारा विकासखण्ड राजपुर में शिक्षकों को प्रशिक्षण प्रदान करते हुए अवगत कराया गया कि मिलेट्स यथा बाजरा, ज्वार, मडुआ(रागी), सावा, कोदो, काकुन, कुटकी, चेना, कुट्टू एवं रामदाना आदि भारत एवं उ0प्र0 की प्राचीन कृषि और आहार परम्परा का महत्वपूर्ण हिस्सा है। पोषण में इनकी महत्ता को देखते हुए ही श्री अन्न को न्यूट्री सीरियल भी कहा जाता है। ये फसले पोषक तत्वों से भरपूर होती है और कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान करती है। मिलेट्स प्रोटीन, फाइबर, आयरन, कैल्शियम, विभिन्न विटामिन्स और मिनरल का समृद्ध स्रोत है। इनका सेवन हृदय रोग, मधुमेह और मोटापा जैसी बीमारियों के जोखिम को कम करती है। मिलेट्स का पर्यावरण महत्व भी है। यह फसलें सूखा प्रतिरोधी होती है और कम जल में भी उगाई जा सकती है, जिससे जल संरक्षण में भी मदद मिलती है। इसके अलावा श्री अन्न की खेती में रासायनिक उर्वरकों और कीटनाशकों की आवश्यकता कम होती है, जिससे मृदा की उर्वरता और जैव विविधता बनी रहती है।

राजपुर में आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे ब्लाक प्रमुख राकेश कटियार द्वारा किसानों को श्री अन्न की खेती को बढावा देने, तथा मिलेट्स को अपने आहार में धान व गेंहू के स्थान पर प्रयोग करने हेतु जागरूक किया गया। उनके द्वारा मिलेट्स से होने वाले स्वास्थ्य लाभों के सम्बन्ध में जानकारी प्रदान करते हुए किसानो को अवगत कराया गया कि श्री अन्न में धान व गेंहू की तुलना में फाइबर भी अधिक मात्रा में होने के कारण यह सुपाच्य भी होता है।

विकासखण्ड राजपुर में उप कृषि निदेशक, विशेष कृषि वक्ता ओम नरायण पाल, सहायक विकास अधिकारी सत्य प्रकाश, प्रभारी राजकीय कृषि बीज भण्डार विनय कुमार द्वारा एवं विकासखण्ड अमरौधा में भूमि संरक्षण अधिकारी डी0के0वर्मा एवं प्रभारी राजकीय कृषि बीज भण्डार सुशील कुमार व सहायक विकास अधिकारी बलबीर प्रजापति द्वारा प्रशिक्षण प्रदान किया गया।

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