प्रदेश सरकार की कैबिनेट मंत्री बेबी रानी मौर्य का स्वागत प्रदेश सरकार की राज्य मंत्री प्रतिभा शुक्ला के द्वारा सेगररिजॉर्ट मैं किया गया स्वागत
उमाकांत कश्यप रिपोर्टर

पिछड़ा वर्ग के मंडल अध्यक्ष नितिन कुशवाहा के द्वारा कैबिनेट मंत्री बेबीरानी मौर्य को प्रतीक चिन्ह देकर किया गया सम्मानित
कानपुर देहात।
सोमवार को सेंगर रिसॉर्ट रनिया में अकबरपुर लोकसभा के पूर्व सांसद अनिल शुक्ला वारसी की अगुवाई में भारतरत्न बाबा साहब डॉ० भीमराव अंबेडकर की 135वीं जन्म जयंती धूमधाम से मनाई गई। कार्यक्रम में प्रदेश सरकार की कैबिनेट मंत्री बेबीरानी मौर्य ने बतौर मुख्य अतिथि सहभागिता की एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रदेश सरकार की राज्यमंत्री प्रतिभा शुक्ला मौजूद रही। मंचासीन लोगो ने बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर जी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। पूर्व सांसद अनिल शुक्ला वारसी एवं दलित समाज के वरिष्ठ नेताओं ने कैबिनेट मंत्री बेबीरानी मौर्य एवं राज्यमंत्री प्रतिभा शुक्ला का भारी भरकम माला पहनाकर स्वागत किया। राज्यमंत्री प्रतिभा ने अपनी वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री को बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा एवं चांदी का मुकुट पहनाकर स्वागत किया। पूर्व सांसद अनिल शुक्ला वारसी ने बाबा साहब के अनुयायियों के वरिष्ठ लोगो का माल्यार्पण कर उनका स्वागत किया। साथ ही भारी संख्या में मौजूद बाबा साहब के अनुयायियों को डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा भेंट की। कार्यक्रम के समापन के बाद आयोजित भीम भोज में सभी ने भोजन ग्रहण किया। पूर्व सांसद अनिल शुक्ला वारसी ने कहा कि बाबा साहब ने कहा था कि शिक्षित बनो। यदि आप शिक्षित रहेंगे ,तो अपने कर्तव्यों से कभी विचलित नही होंगे। आज देश दुनिया मे लाखों की संख्या में बाबा साहब के अनुयायी है। उनका जन्म मध्य प्रदेश के महू में सन 1891 में हुआ था। समाज के लिए कुछ कर गुजरने के भाव के साथ उन्होनें उच्च शिक्षा हेतु इंग्लैंड की ओर प्रस्थान किया। उनके पास धन का अभाव था। उनकी विक्षलणता को देखकर महाराजा बड़ोदरा ने उन्हें स्कॉलरशिप प्रदान की। इग्लैण्ड में शिक्षा प्राप्त कर वह भारत वापस आ गये। शोषितों और वंचितों को अधिकार दिलाना उनका संकल्प था। इन कार्यक्रमों को आगे बढ़ाते हुए बाबा साहब देश की आजादी के आन्दोलन में सम्मिलित हुए। वही राज्यमंत्री प्रतिभा शुक्ला ने कहा कि किसी भी समाज के चौमुखी विकास के लिए आर्थिक सामाजिक व राजनीतिक रूप से समाज के कमजोर वर्ग के लोगों के उत्थान की जरूरत है। इसके लिए हमारी सरकार द्वारा अनेकों कल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही है। जिनका समाज के सभी वर्गों को लाभ बिना भेदभाव मिल रहा है। बाबा साहब ने शिक्षित बनों, सुसंगठित बनो तथा संघर्ष करो का नारा दिया। उन्होंने कहा कि बाबा साहब डा. भीमराव रामजी अम्बेडकर के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि जब होगी जब हम अपने कार्य संस्कृति में बदलाव लाकर गरीब, कमजोर, दलित, पिछडे, शोषित, महिलाओं, वृद्धों की बात को ध्यान पूर्वक सुनकर उनकी समस्याओं का निस्तारण किया जाये। कैबिनेट मंत्री बेबीरानी मौर्य ने कहा कि बाबा साहब के सपनों को साकार करने के लिए विगत 10 वर्षों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में चलाए गए अभियानों के परिणामस्वरूप देश ने सभी क्षेत्रों में प्रगति की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस प्रगति के लिए विरासत को विकास के साथ जोड़ा है। बाबा साहब की स्मृतियों को भावी पीढ़ी के लिए प्रेरणादायी बनाने की दृष्टि से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बाबा साहब से जुड़े पंचतीर्थों का विकास कराया है। इनमें बाबा साहब की जन्म भूमि महू मध्य प्रदेश, इंग्लैण्ड का वह भवन, जिसमें रहकर उन्होंने उच्च शिक्षा अर्जित की, बाबा साहब की दीक्षा भूमि नागपुर, दिल्ली में उनकी महापरिनिर्वाण स्थली तथा उनकी चैत्य-भूमि मुम्बई शामिल है। आज यह पंचतीर्थ नयी प्रेरणा के केन्द्र बने हैं। यह बाबा साहब के समग्र विकास तथा शून्य से शिखर के दर्शन को प्रस्तुत करते हैं। कार्यक्रम में जिला पंचायत सदस्य कृष्णा गौतम ,रामकृष्ण भास्कर ,सुभाष संखवार ,राघवेंद्र गौतम ,रामसिंह कठेरिया ,अंशु तिवारी ,महेश तिवारी ,सोनू मिश्रा ,धर्मेंद्र कुशवाहा ,नितिन कुशवाहा ओलक कुशवाहा गुड्डू ,संजय गौतम ,अनूप त्रिवेदी ,उमा द्विवेदी ,आशीष दीक्षित ,रजत प्रताप सिंह ,अनिल गौतम ,आशीष मिश्रा ,जगदीश अवस्थी ,शिवम तिवारी ,नीतू पांडेय आदि मौजूद रहे।