स्वच्छ भारत मिशन की धज्जियां उड़ा रहा ककराली ग्राम में बना शौचालय
संवाददाता प्रियदर्शी गुप्ता

संडीला/हरदोई
केन्द्र व प्रदेश सरकार द्वारा स्वच्छ भारत मिशन के तहत सभी गांवों व नगरों में साफ सफाई के लिए लाखों करोड़ों रुपये खर्च किया जा रहा हैं यहां तक कि सरकार द्वारा स्वच्छ भारत मिशन की सफलता के दावे भी किये जा रहे हैं पर जमीनी हकीकत कुछ और ही बंया कर रही हैं शासन प्रशासन व राजनैतिक जनप्रतिनिधियों के रूप मे कुछ जयचंदों की लापरवाह कार्यप्रणाली के चलते आज भी दर्जनों गांव स्वच्छ भारत मिशन की धज्जियां उड़ाते नजर आ रहें हैं।तमाम गांव कागज पर ओडीएफ घोषित हो चुके हैं कितु धरातल पर सचाई कुछ और है।बताते चलें कि संडीला तहसील के ग्राम ककराली में बने शौचालय के अंदर अपार गंदगी की भर मार है और बाहर जानवर बंधे जा रहें।शौचालय के अंदर इतनी गंदगी है कि सालो से सफाई नहीं हुई। अंदर टॉयलेट की सीटे टूटी हुई है।सहित दर्जनों गांव फाइलों में तो स्वच्छ भारत मिशन की सफलता के झंडे गाड़ दिये हैं कितु वास्तविक स्थिति ठीक इसके उल्टा है। दर्जनों गांवों में अभी भी गंदगी का अंबार हैं। नालियां खुलेआम आने जाने वाले मार्गों पर बह रहीं हैं।वही आज भी कई गांवों में महिलाएं खुले में शौच करने को विवश हैं। हालात यह है कि क्षेत्र के कई गांवों में अभी भी गरीबों को शौचालय नहीं मिला हैं।जिसके चलते लोग खुले में शौच करने को मजबूर हैं। अधिकांश गांवों में साफ सफाई नहीं हो रही हैं।कई गांवों में तो सफाई कर्मचारी भी नहीं आते। इससे ग्रामीणों में घोर आक्रोश है।गांव निवासी एक ग्रामीण ने बताया कि सरकार गांव निवासी एक ग्रामीण ने बताया कि सरकार की सभी योजनाएं सिर्फ नेताओं के भाषणों और उनकी जेब भरने तक सीमित हैं जबकि जमीनी हकीकत यह हैं कि योजनाओं के असली हकदार जो गरीब हैं उन्हें आज भी इन योजनाओं का लाभ नहीं मिल रहा है। इसके चलते पैसा खर्च करने के बाद भी सरकार की आम जनता में किरकिरी हो रही है।आसपास मौजूद लोगों ने बताया इसका होना ना होना कोई मायने नहीं रखता।जब इस विषय में बीडीसी से पूछा गया तो बीडीसी ने अपने हाथ खड़े कर दिये।कहां इसकी जिम्मेदारी ग्राम प्रधान की है मेरे क्षेत्र का नहीं है।मैं कुछ नहीं जानता उनसे केयरटेकर का नाम पूछा गया उन्होंने केयरटेकर का नाम नहीं बताया मीडिया ने ककराली ग्राम प्रधान को फोन मिलाया तो ग्राम प्रधान श्याम लाल लोधी ने कहा कि मैं किसी भी मीडिया कर्मी से कोई बात नहीं करता जिसकी सूचना खंड विकास अधिकारी संडीला को फोन के द्वारा दी गई। अब देखना यहां है।की अयेसे ग्राम प्रधानों पर क्या कार्यवाही होती है।