
कानपुर देहात दिनांक 20.12.2024
आज वन प्रभाग कार्यालय परिसर में वानिकी कार्यशाला का आयोजन किया गया। वानिकी कार्यशाला में पौध प्रबन्धन, पौध ढुलान, वृक्षारोपण में एवं नर्सरी प्रबन्धन में वरती जाने वाले साविधानियों पर विस्तृत चर्चा हुयी।
वानिकी कार्यशाला कार्यक्रम की अध्यक्षता अनिल कुमार द्विवेदी प्रभागीय वनाधिकारी कानपुर देहात द्वारा की गयी।
कार्यशाला में विशिष्ठ अतिथियों में वृक्षारोपण समिति के सदस्य/अन्य विभाग के नोडल अधिकारियों में परियोजना निदेशक वीरेन्द्र सिंह, जिला विद्यालय निरीक्षक बृजभूषण चौधरी, कृषि उपनिदेशक रामबचन राम, उपायुक्त श्रम एवं रोजगार (मनरेगा) गजेन्द्र कुमार, जिला कृषि अधिकारी उमेश गुप्ता मौजूद रहें।
प्रभागीय वनाधिकारी, अनिल कुमार द्विवेदी द्वारा वानिकी कार्यशाला में उपस्थित लोगों को जागरूक करते हुये कहा पर्यावरण को संरक्षित एवं पर्यावरण का सन्तुलन बनाये रखने हेतु वृक्षारोपण एवं रोपित किये गये पौधों का संरक्षण करना हम सबकी जिम्मेदारी है। सभी को गत वर्ष की भॉति इस वर्ष भी सक्रिय भूमिका निभाते हुये वृक्षारोपण कराना है।
प्रभागीय वनाधिकारी द्वारा बताया गया पौध ढुलान के समय विशेष ध्यान देना चाहिये की पौध को ले जाते समय पौधें की पिंड्डी को सूरक्षित रखना चाहिये। पिंड्डी को फूटने ये बचाना चाहियें ताकि सुरक्षित और स्वथय पौधा रोपित हो सकें।
कार्यशाला में क्षेत्रीय वनाधिकारी सर्वेश कुमार भदौरिया द्वारा उपस्थित सभी अधिकारियों का स्वागत करते हुये कार्यशाला आयोजित करने के उदेद्श्य पर प्रकाश डालते हुये पौधशाला प्रबन्धन पर चर्चा की।
कार्यशाला में मौजूद वीरेन्द्र सिंह, परियोजना निदेशक उपस्थित लोगों को सम्बोधित करते हुये कहा वृक्षारोपण एवं रोपित पौधों का रख रखाओं पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है जिनका संरक्षण करना हम सब की जिम्मेदारी है।
गजेन्द्र कुमार उपायुक्त श्रम एवं रोजगार (मनरेगा) द्वारा कार्यशाला में उपस्थित लोगों एवं वृक्षारोपण समिति के सदस्यों को सम्बोधित करते हुये कहा गत वर्ष की भाती इस वर्ष भी हम सब को वृक्षारोपण महा अभियान में बड़ चड़ कर प्रतिभाग करना है। उन्होने प्रभागीय वनाधिकारी से अपेक्षा जाहिर की इस वर्ष पौध वितरण में अधिक से अधिक छायादार एवं फलदार वृक्षों को दिया जाये जिससे ग्राम पंचायात में व अमिृत सरोवरो पर रोपण किया जा सके और ग्राम वासियों को इसका लाभ मिल सकें।
उपनिदेशक कृषि रामबचन राम द्वारा कार्यशाला में उपस्थित लोगों को जागरूक करते हुये कहा किसानों द्वारा रोपित पौधों को संरक्षित रखने पर विशेष बल दिया तथा वन विभाग से अपेक्षा कि किसानों की अधिक से अधिक संख्या में फलदार पौधों का पोधें ही उपलब्ध कराये जाये जिससे की पर्यावरण संरक्षण के साथ साथ किसानों की आय में बढ़ोतरी हो सकें।
स्वामीदीन क्षेत्रीय वनाधिकारी भोगनीपुर द्वारा बीहड़ क्षेत्र में किये जाने वाले वृक्षारोपण में बर्ती जाने वाली सावधनियॉ पर चर्चा की एवं उपस्थित लोगों की जागरूक किया। इस्तकार अहमद क्षेत्रीय वनाधिकारी डेरापुर द्वारा पौध उगान पौध ढुलान में बर्ती जाने वाली सावधानियॉ के बारे में अवगत कराते हुये कहॉ पौध को ले जाते समय पौधों को सीधा रखना है एवं पौधे को दोनों हाथों से उठाते हुये एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाने हेतु सुझाव दिये।
तौशीफ अहमद क्षेत्रीय वनाधिकारी रसूलाबाद द्वारा ऊसर भूमि में किये जाने वाले पौधारोपण एवं भूमि की तैयारी तथा रोपित किये जाने वाली प्रजातियों के बारे में अवगत कराते हुये कहा की ऊसर भूमि की सुधार हेतु जिप्सम पाइराट्स का प्रयोग करते हुये अग्रिम मृदा कार्य किया जाता है।
वानिकी कार्यशाला का संचालन विवेक कुमार सैनी जिला गंगा समिति कानपुर देहात द्वारा किया गया कार्यशाला में कार्यालय स्टाप के साथ-साथ समस्त क्षेत्रीय वनाधिकारी कार्यालय के कार्मिक मौजूद रहा।